...पता ही नहीं था मेरे पेट में बच्चा है!:15 साल की उम्र में मां बनी, दर्दनाक दास्तां...
मैं कैसे पालूंगी इस बच्चे को। किसी को दे दूंगी..। मेरे से नहीं पलेगी ये। पुलिसवाली भी कह रही थी कि हां, चिंता मत करो, किसी को दे देंगे। मुझे तो पता भी नहीं था कि मेरे पेट में बच्चा है..? उसने गंज बार (कितनी ही बार) मेरे साथ गलत किया, चुप रह गई, यही मेरी गलती थी।
यह शब्द हैं खंडवा की उस लड़की के, जो रेप के कारण 15 साल की उम्र में ही मां बन गई है। उसके साथ इंदौर में मौसी के घर के पास रहने वाले 13 साल के लड़के ने ही कई बार रेप किया था। लड़की ने दिवाली की रात एक बेटी को जन्म दिया है। अभी खंडवा के एक अस्पताल में भर्ती हैं।
पीड़िता की जुबानी, दर्दभरी कहानी
खंडवा के पास गांव की रहने वाली हूं। नौवीं तक पढ़ी हूं पर पिछले साल पढ़ना छोड़ दिया। मौसी इंदौर में रहती है। होली पर उनके यहां डिलेवरी हुई तो परिवार वालों ने मुझे उनके घर बच्ची को संभालने भेजा था। मौसी काम पर जाती है। मैं ही घर पर बच्ची को संभालती थी।
मौसी के घर से आठ घर छोड़कर 12-13 साल का लड़का रहता है। वह मुझे देखकर ही सीटी बजाता था। इशारे करता था।
एक दिन जब मौसी काम पर गई थी, मौसाजी भी घर पर नहीं थे। मैं बच्चे को संभाल रही थी, तभी वो घर में घुस आया। उसे पता था कि घर में कोई नहीं है।
उसने चाकू दिखाकर मेरे साथ जबर्दस्ती की। और कहा कि किसी को बताया तो मार देगा। बच्ची को भी मार देगा। मैं डर गई, किसी को नहीं बताया।
उसने मेरे साथ कई बार ऐसी गंदी हरकत की, बता नहीं सकती। (उसने निमाड़ के लोकल शब्द में कहा कि गंज बार किया यानी कितनी ही बार..)
कुछ दिनों पहले पापा आए थे और मुझे ले गए। मुझे पता ही नहीं था कि मेरे पेट में बच्चा है।
दिवाली की सुबह की बात है। मैं घर पर सफाई-पुताई कर रही थी, तभी अचानक मुझे चक्कर आए और गिर गई। जोर से पेट दर्द करने लगा। मैं मम्मी-पापा को बताया तो वे अस्पताल ले गए। वहां पता चला कि मेरे पेट में बच्चा है।
मुझे पता ही नहीं था कि मेरे साथ इतना गलत हो गया है। मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है उसने..। मैं डर के कारण चुप रही।
पर इस बच्चे को मैं नहीं पाल पाऊंगी। कैसे पालूंगी। न पलेगा ये मुझसे। इसे किसी को दे दूंगी। पुलिसवाली भी कह रही थी कि हम मदद करेंगे, किसी को दिला देंगे। तुम चिंता मत करो।
होली पर इंदौर छोड़ा, राखी पर वापस लाए, दिवाली पर बेटी को जन्म
पिता का कहना है कि मेरी छह बेटियां है। इनमें ये सबसे बड़ी है। होली के समय अपनी साली के यहां इंदौर छोड़ा था। पत्नी से बात कर बेटी को यहां छोड़कर चला गया था। राखी के एक दिन पहले बेटी को वापस गांव लेकर आ गया। दीपावली के समय बेटी जब घर में पुताई कर रही थी। तब वह जमीन पर गिर गई। अस्पताल ले गए तो पता चला कि उसे छह से सात माह का गर्भ है। रात में उसे खंडवा के अस्पताल भेजा गया। यहां उसने एक बच्ची को जन्म दिया। बेटी अस्पताल में ही भर्ती है। वह ठीक से चल फिर नहीं पा रही है। खाना भी नहीं खा पा रही। उसने जिस बच्ची काे जन्म दिया है डॉक्टरों के मुताबिक वह स्वस्थ है।
13 साल का है लड़का
आरोपी लड़के की उम्र केवल 13 साल है। उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। घटना इंदौर के लसूड़िया की है। लड़की खंडवा जिले के एक गांव की रहने वाली थी जो इंदौर आई हुई थी। उसी दौरान उसके साथ रेप किया गया।
लड़की का कहना है कि लड़के को सजा होनी चाहिए..।
एक्सपर्ट की राय ये है…
इंदौर के एक्सपर्ट चिकित्सक 13 साल की उम्र में लड़के द्वारा रेप कर गर्भवती कर देने के इस केस को स्टडी के लिए जरूरी बताते हैं। उनका कहना है कि ये अलग तरह की स्थितियां बनती जा रही हैं। बदलाव आ रहे हैं, ये सही है।
डॉ. उज्ज्वल सरदेसाई का कहना है कि मेडिकल की भाषा में ये प्रिकॉशस केस है। कम उम्र में लड़कियों में मेच्योरिटी दिखने लगती है। लड़कों में ऐसा दिखाई नहीं देता। 15 साल से ज्यादा की उम्र में लड़कों द्वारा ऐसे केस खूब हैं, 12 से 15 के बीच मामले चौंकाने वाले हैं। सिमन्स बनना अब अलग तरह का मामला नहीं रह गया। इंटरनेट, टीवी, मूवीज इसकी बड़ी वजह हो सकती है क्योंकि जो जानकारी बच्चों से परिवार बचाता है, वो यहां आसानी से उपलब्ध हो जाती है। इस पर ध्यान देना चाहिए।
सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. संजय शिंदे भी यही दोहराते हैं। उनका भी कहना है कि अब 12-13 वर्ष के उम्र के बालकों में भी ऐसे केस पाए जा रहे हैं। उसकी वजह उनका इन्वोल्वमेंट किन चीजों में है, यह डिपेंड करता है।
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