बागली में हुआ भगोरिया हार्ट का आगाज l

बागली देवास होली का पर्व कल से शुरू हो रहा है और भगोरिया हार्ट का आगाज हो चुका है 

आज 24 मार्च को बागली क्षेत्र में रविवार बाजार के साथ-साथ भगोरिया हट भी बनाया लगा भगोरिया बाजार आदिवासी बहुमूल्य क्षेत्र में एक विशेष तरीके का बाजार है जिसमें हमें आदिवासी संस्कृति और परंपरा देखने को मिलती है बागली विधायक मुरली जी भंवरा भगोरिया उत्सव में आदिवासी समुदाय के शुभकामना देते हुए परंपरागत वेशभूषा में नजर आए विधायक जी के साथ वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण जी चौधरी कमल जी जायसवाल अंतिम सिसोदिया अशोक पाटीदार प्रताप डाबी अखिल भैया बडोला शंकर जी राठौड़ भगोरिया हाट में पहुंचे मान्यता है की भगोरिया हाट में मांगी गई मन्नत पूरी होती है l

 इसके लिए आदिवासी समाज परंपरागत उपवास रखता है और शरीर पर हल्दी लगता है कुछ लोगों की माने तो यह त्यौहार प्रेमी जोड़ों को एक सूत्र में बांधने का त्यौहार है लड़का और लड़की जो एक दूसरे से प्रेम करते हैं आज ही के दिन पान खिलाकर अपने प्यार का इजहार करते हैं और भाग कर शादी कर लेते हैं आधुनिक युग आ जाने के कारण भगोरिया बाजार में कुछ परिवर्तन देखने को मिला वेस्टर्न वेशभूषा आंखों पर चश्मा और भी बहुत कुछ हजारों की संख्या में आदिवासी समाज बागली क्षेत्र में जटाशंकर रोड बागली राजा साहब के किला मैदान में उपस्थित हुआ नौजवान युवक और युवतियां बड़े-बड़े ढोल और बांसुरी की धुन पर नाचते हुए इस उत्सव को आनंदमय कर देता है कोई भी इन ढोल और बांसुरी की आवाज सुनकर अपने आप को रोक नहीं पता l

 हामू काका बाबा ना पोरिया और क्यों मारी रे क्यों पिटी रे जैसे गानो पर नाचते हुए नौजवान युवा आज के बाजार का मनोरंजन का केंद्र बने रहे

 आदिवासी समुदाय आज के समय में अपनी जीवन याचिका चलाने के लिए बड़े शहरों की तरफ जा रहा है बड़े शहरों में जाकर पैसे कमाने और परिवार का पालन पोषण करना आज इस समुदाय की मजबूरी हो गई है किंतु यह त्यौहार मिलनसार और प्रेम से भरा हुआ एक ऐसा पान है जिसे मुंह में खाता ही यह समुदाय मस्ती में झूमने लगता है जो लोग शहरों की तरफ नौकरी की तलाश में गए हैं वह भी इस त्यौहार पर अपने गांव अपने कस्बे और अपने समुदाय मैं वापस लौट आते हैं और धूमधाम से इस त्यौहार को मानते हैं आदिवासी समुदाय जो कि कभी जंगलों में अपनी जीवन यापन किया करता था आज जंगलों के सीमित हो जाने के कारण शहरीकरण में लिप्त हो गया है और अपने मूल संस्कृति को ना चाहते हुए भी परिवर्तित कर रहे हैं


 धड़कन न्यूज परिवार की तरफ से आप सभी          को होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 

बागली से धड़कन न्यूज रिपोर्टर।                                                         प्रभाकर त्रिपाठी की रिपोर्ट 

टिप्पणियाँ