हिंदू संस्कृति में गुड़ी पड़वा और चैत्र नवरात्रि का एक महत्वपूर्ण स्थान है l
हिंदू संस्कृति में गुड़ी पड़वा और चैत्र नवरात्रि का एक महत्वपूर्ण स्थान है गुड़ी पड़वा हिंदू समुदाय में नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है इस दिन पृथ्वी सूर्य का एक चक्कर पूरा कर अपना दूसरा चक्कर प्रारंभ करती है इसी समय चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नया संवत्सर 2081 का शुरू शुभारंभ माना गया है
गुड़ी पड़वा का दिन इस वर्ष मंगलवार को आया है अर्थात विशेषज्ञों की माने तो मंगल ग्रह इस पूरे वर्ष का राजा और शनि ग्रह मंत्री बताएं गए हैं खगोल शास्त्रियों की माने तो यह चैत्र शुक्ल प्रतिपदा या विक्रम संवत समय की गणना करने का एक प्राचीन साधन है आज ही के दिन भगवान ब्रह्मा ने इस संपूर्ण सृष्टि की संरचना की थी चैत्र नवरात्रि के इस शुभ अवसर पर हिंदू समुदाय द्वारा आज ही के दिन महर्षि गौतम जयंती भी मनाई जा रही है साथ ही साथ नवरात्रि का शुभारंभ होने जा रहा है कई राज्यों में
आज ही के दिन गुड़ी पड़वा उगादि चैत्र नवरात्रि आदि कई नाम से हिंदू नववर्ष मनाया जाता है हिंदू मान्यता से इस शुभ दिन का आरंभ विक्रमादित्य के द्वारा किया गया था इसीलिए इस शुभ दिन को विक्रम संवत के नाम से भी जाना जाता है प्राचीन वेदों की माने तो चैत्र नवरात्रि के नवमी को भगवान श्री राम का जन्म भी हुआ था इस कारण से भी यह दिन हिंदू समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण और शुभ माना गया है चैत्र महीने का पूरा महीना हिंदू समुदाय के लिए फलदायक माना जाता है हिंदू समुदाय मान्यताओं के अनुसार आज के दिन पांडवों का राज अभिषेक भी हुआ था
नवरात्रि के शुभारंभ से लेकर नवमी तक नौ देवियों की पूजा कर हिंदू समुदाय एक नए आरंभ की शुरुआत करता है यह शुरुआत हमें हिंदू समुदाय के साथ-साथ प्राकृतिक तौर पर भी देखने को मिलती है चारों तरफ हरियाली होती है मौसम अपना रंग बदलता दिखाई देता है सूर्य देवता का तेज बढ़ जाता है इन परिवर्तनों के साथ हिंदू नव वर्ष मनाया जाता है यह नव वर्ष हमें समय का महत्व और पुनः आरंभ की सीख देता है
आज बागली तहसील में गुड़ी पड़वा के इस शुभ अवसर पर वेदाचार्य पंडित कनिष्क द्विवेदी तथा समस्त हिंदू समुदाय के द्वारा हिंदू नव वर्ष मनाया गया इस समारोह में भगवान परशुराम और महर्षि गौतम को माल्या अर्पण कर नव वर्ष की शुभकामनाएं दी गई हिंदू समुदाय के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी इस समारोह में शामिल रहा ब्रह्म समाज के अध्यक्ष राकेश जी नागोरी बागली तहसील संकुल प्रचार पंडित वासुदेव जी जोशी देवेंद्र जी उपाध्याय सोमेश उपाध्याय ओम गुरुजी दीपक जी व्यास सत्यनारायण जी व्यास अजय उपाध्याय सुधांशु शर्मा गोपाल जी शर्मा आदि समाज जनों की उपस्थिति रही
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य देवेंद्र जी उपाध्याय ने बताया कि हिंदू आज अपनी संस्कृति और अपनी परंपरागत धरोहर भूल चुका है हिंदू समुदाय लगातार अपने संगठन और समुदाय को लेकर हमेशा ही कृतज्ञ रहा है हिंदू संस्कृति वह हिंदू समुदाय का स्वाभिमान बचाए रखने के लिए हमें एकजुट होकर अपनी परंपरागत संस्कृति को बचाना होगा चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 2081 एक शुभ अवसर है जो की हिंदू समुदाय को एक माला में पिरोकर रखता है समुदाय के सभी सदस्यों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए देवेंद्र जी उपाध्याय ने बताया कि आज कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू समुदाय ने मिलकर गुड़ी पड़वा नव वर्ष मनाया l
बागली से धड़कन न्यूज रिपोर्टर प्रभाकर त्रिपाठी की रिपोर्ट
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