इंदौर ढक्कन वाला चौराहा पर इंदौर वाशियो द्वारा पौधा रोपण किया गया l

 इंदौर ढक्कन वाला चौराहा अब नहीं तो मेरे भाइयों कभी नहीं 5 जून को होने वाले पर्यावरण संरक्षण दिवस से पहले इंदौर वासियों ने वृक्षारोपण की शुरुआत कर दी है आज दिनांक 25 जुलाई 2024 को ढक्कन वाला कुआं क्षेत्र में प्रकृति और पर्यावरण प्रेमियों ने साइ मंदिर और गोकुलदास हॉस्पिटल के मध्य में बरगद का पेड़ लगाकर शुरुआत की ।

आमन भाई गब्बर भाई अंकित जी सुमित जी अंकित तवर जी ने मिलकर वृक्षरोपान किया।

वर्षा ऋतु का आरंभ हो चुका है सभी व्यक्ति 5 जून का इंतजार कर रहे हैं किंतु पर्यावरण को सुरक्षित करना किसी तारीख की हकदार नहीं यह बात आज गोकुलदास हॉस्पिटल के सामने देखने को मिली।।।

पर्यावरण ना तो किसी तारीख 

ना किसी समय ना किसी जनजाति ना किसी समुदाय और ना ही किसी कानून व्यवस्था का हकदार है जो व्यक्ति इस पर्यावरण से प्रेम करता है वह किसी भी समय इस पर्यावरण के लिए अपना समय दे सकता है एक पेड़ या दो पेड़ लगाकर अपना जीवन व्यर्थ से मूल्यवान बना सकते हैं फर्क है सिर्फ उसे एक क्षण में दृढ़ निश्चय कर यह ठान लेना होगा की हमें इस प्रकृति का रूप निखरना है जीवन दाहिनी प्रकृति का संरक्षण करना है और अपने आने वाले कल को सवरना है जीवन दाहिनी प्रकृति कभी भी कुछ देने में किसी समुदाय विशेष पर अंकित नहीं होती 

और ना ही कोई समुदाय इस बंधन में बंधा है कि वह प्रकृति का संरक्षण करें। जो व्यक्ति अपने आसपास के वातावरण में उपस्थित वृक्षों का पेड़ पौधों का पंछियों का और रोज ले रहे अपनी सांसों से प्रेम करते हैं वह इस प्रकृति को अपने हाथों से सवार सकते हैं ।। मानव इस बात से भली भांति स्मरणीय है कि एक दिन में यह कार्य पूर्ण नहीं होगा किंतु यदि हर व्यक्ति अपने इस कर्तव्य को समझे तो हो सकता है आने वाले 5 वर्षों में हम इस प्रदेश का सेटेलाइट में नक्शा बदल दें । प्राण कीजिए की आप इन तीन माह में पहले खुद दो वृक्ष लगाएंगे फिर बाद में अपने आसपास के उन सभी लोगों को जागृत करेंगे जो सोचते हैं की इस प्रकृति से उन्हें क्या काम

 खुद जागृत होना और समाज को जागृत करना हमारे समाज के लिए और उन सभी प्राणियों के लिए अति आवश्यक है जो इस पृथ्वी पर रहता है

 और जो चांद पर रहने की ख्वाहिश लिए बैठा है उन्हें बता दें कि वहां रहने के लिए भी पेड़ पौधे वातावरण कितना आवश्यक है वह अपने फोन पर गूगल करके देख ले 2024 की भीष्म गर्मी ने हमें यह संकेत दिया है कि यदि हम अब भी ना समझे तो शायद इस बार आग हमारे घर में लगेगी ।

अभी तक तो सिर्फ गाड़ियों में बसों में एयर कंडीशन ac में ही आग लग रही थी अगली गर्मी आते-आते यह नंबर हमारे घर का ना हो 

प्रार्थना और कर्म दोनों से इस कार्य को पूर्ण किया जा सकता है सिर्फ दृढ़ निश्चय करने की आवश्यकता अब समाज को है 

धड़कन न्यूज रिपोर्टर प्रभाकर त्रिपाठी की रिपोर्ट 

टिप्पणियाँ