जिले सहित कई जगहों पर पानी के साथ बुवाई हुई चालू बागली
जटाशंकर सेवा समिति भयंकर गर्मी के बाद अब मानसून धीरे-धीरे अपनी दस्तक क्षेत्रीय इलाकों में दे रहा है लगातार बदल रहे मौसम के
कारण आसपास के क्षेत्र में जंगलों में हरियाली देखने को मिल रही है यह हरा भरा मैदान आत्मा को बहुत खुश हुआ आनंद मय कर जाता है प्रत्येक वर्ष 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है पर्यावरण का अर्थ हमारे आसपास उपस्थित उन सभी भौतिक सुख सुविधाओं से हैं जो इस प्रकृति ने हमें अपने जीवन को सुनिश्चित जीने के लिए प्रदान किए हैं पर्यावरण दिवस पर कई लोग यह संकल्प हर वर्ष लेते हैं कि कम से कम 2 पेड़ तो हर वर्ष लगाएंग lयह
रसमें यह कसमें वादे हैं वादों का क्या संकल्प लेने वालों के प्रतिशत को देखा जाए तो लगभग 50% वे लोग हैं जो इस संकल्प को लेने के अगले ही दिन इसे भूल जाते हैं 50% जो की वाक्य इस प्रकृति से प्रेम करते हैं इसे अपनी मां के बराबर समझते हैं वह अपने इस संकल्प को निरंतर चलते आ रहे हैं किंतु हमे इस संघर्ष का 30% भी नहीं मिलता पता है देखा जाए तो इन प्रयासों का लगभग 10% 20% ही हमें दिखाई देता है कई समाज सेवी समुदाय संस्थाएं मानसून के परिवर्तित होने के पश्चात से ही 2 पेड़ लगाओ
जीवन सुखी बनाओ योजना* पर कार्यरत है पर्यावरण हमें सिर्फ ऑक्सीजन O2 न देकर अपितु हमारे जीवन के लिए बहुत उपयोगी है मानव जो लगातार इस पर्यावरण को खत्म करता चला जा रहा है अपने आने वाली पीढ़ी को क्या देगा 53 डिग्री सेल्सियस का दिन जो की सोचने पर भी रूह काप जाती है आइए हम सब मिलकर आज यह संकल्प करें कि इस मानसून इस संकल्प को 100% पूरा बनकर ही रहेंगे और अपने इस 2024 मानसून से लेकर तो जीवन के अंत तक हर वर्ष कम से कम 2 पेड़ तो अवश्य लगाएंगे यदि हमारे पास पेड़ लगाने की भूमि नहीं है तो जंगलों में नदी के किनारे रोड के किनारे कहीं भी कम से कम दो पेड़ अवश्य लगाइए यह दो पेड़ हमारे आने वाली दो पीढ़ी के लिए ऑक्सीजन का पहले से संरक्षित भंडार को सुरक्षित करना है यदि आप चाहते हैं कि आपके आने वाली दो पीडिया इस खुले वातावरण मानसून हरियाली जंगलों नदियों का आनंद ले सकें तो मेरे साथियों संकल्प करें इस मानसून कम से कम दो पेड़ तो अवश्य लगाएंगे पर्यावरण दिवस पर कई तरीके के आयोजन बागली तहसील में forest department के द्वारा रखे जाएंगे आप सबसे निवेदन है इन आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें अपने परिवार को अपने पर्यावरण को और अपने आने वाली पीढियां के लिए ऑक्सीजन को सुरक्षित करना आपकी हमारी जिम्मेदारी बन गई है दुनिया भर में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है बढ़ते हुए प्रदूषण के कारण आज हमारा पर्यावरण जहरीला और प्रदूषण हो गया है सांस लेना मुश्किल है यह हमारा कर्तव्य है कि हम इस जहरीले हो रहे पर्यावरण को सुरक्षित करें और बढ़ते हुए तापमान को नियंत्रित करें संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1972 में पर्यावरण दिवस की नींव रखी थी 1972 से लेकर अब तक हर वर्ष 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है मां की तरह प्रेम करने वाला और पिता की तरह जीवन देने वाले 2 पेड़ आप लगाए एक पड़े अपनी मां के नाम पर तथा एक पेड़ अपने पिताजी अन्यथा गुरु के नाम से अवश्य लगेये मानव इन ठंडी हवा और मानसून के हुआ बदलयो में भूल गया है की यह तापमान लगातार बढ़ता ही चला जाए रहा है तापमान के रोगथाम के लिए केवल एक मात्र साधन उपस्थित है वह है हमें हमारी प्रकृति से प्रेम करना सीखना पड़ेगा पेड़ लगाना सीखना पड़ेगा वातावरण का संरक्षण सीखना पड़ेगा वरना हम अपने आने वाली पीढी को सिर्फ तकलीफ और दुष्ट वातावरण तेज धूप के सिवा और कुछ नहीं दे पाएंगे संकल्प कीजिए की 2024 सिर्फ सरकारी आंकड़ों के लिए नहीं सेल्फी के लिए नहीं फेसबुक के लिए नहीं बल्कि अपने मां-बाप के लिए प्रकृति के लिए पर्यावरण के लिए दो पेड़ अवश्य लगाएंगे
बागली से धड़कन न्यूज रिपोर्टर प्रभाकर त्रिपाठी जी की रिपोर्ट
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